अस्पताल में दो बच्चों की फिर हुई मौत

अस्पताल में दो बच्चों की फिर हुई मौत
बांधवभूमि न्यूज, शहडोल/सोनू खान
शहडोल । जिला अस्पताल में मासूमों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। बीते 26 नवंबर से अब तक शहडोल जिला अस्पताल के एसएनसीयू और पीआईसीयू में मिलाकर 24 बच्चों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में ही 2 शिशुओं की मौत हो गई। इन दोनों बच्चों को उमरिया जिले से शहडोल के लिए रेफर किया गया था। जहां एक और जिला अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने 20 बिस्तर का अतिरिक्त एसएनसीयू वार्ड खोले जाने की स्वीकृति दी वही तत्काल अन्य साजो सामान जैसे कि वेंटिलेटर एवं वार्मरर् की भी व्यवस्था की गई।
इतना ही नही बच्चों की मौत की जांच के लिए जिला स्तर की मेडिकल कॉलेज जबलपुर की कमेटी बनी और जांच भी की गई उस जांच में जिले के डॉक्टरों को क्लीन चिट दे दी गई लेकिन बच्चों के मौत का सिलसिला लगातार जारी रहा बीते दिनों प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी ने भी  जिला अस्पताल के एसएनसीयू पीआईसीयू वार्ड का दौरा किया और बच्चों की मौतों की जानकारी ली स्वास्थ्य मंत्री के साथ प्रदेश स्तर के स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की टीम भी आई हुई थी जिन्होंने भी अपने स्तर पर बच्चों के मौतो के कारण कि जांच की जांच अभी चली रही थी कि प्रभारी मंत्री ने शहडोल से जाते जाते शहडोल जिला अस्पताल के सिविल सर्जन एवं जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को बदलाव कर दिया अधिकारियों के में बदलाव किए जाने के बावजूद भी बच्चों की मौत का सिलसिला रुक नहीं रहा रहा है लगातार बच्चो के मौत के मामले में शहडोल दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री प्रभूराम चौधरी के सामने जिले के कांग्रेशियो ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सीएमएचओ डा राजेश पांडेय व सिविल सर्जन डॉ बी एस बारिया को हटाने की मांग की थी ,तो वही इस मौके का फायदा उठाते हुए भाजपा ने का एक प्रतिनिधि मंडल ने स्वास्थ्य मंत्री को सीएमएचओ व सिविल सर्जन को हटाए जाने को लेकर एक ज्ञापन सौंपा था । जिसमे क्षेत्र के विधायक व सांसद भी शामिल थे। लेकिन क्लीन चिट देने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने डा राजेश पांडेय व  डॉ बी एस बारिया को हटा दिया था । जिसके बाद जिला चिकित्सयल में राजनीति गरमा गई थी।
अस्पताल प्रबंधन ने दी सफाई 
वहीं दूसरी ओर दो बच्चों की मौत के संबंध में सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक शहडोल ने जानकारी दी है कि वस्तुस्थिति यह है कि सुहानी बैगा पिता किशन बैगा उम्र 4 माह निवासी टिकुरी टोला देवगंवा ब्लांक पाली जिला उमरिया को 13 दिसम्बर की दोपहर 11ः35 बजे जिला चिकित्सालय में उपचार हेतु लाया गया था, पंरतु चिकित्सालय में जांच करने पर उसकी मृत्यु अस्पताल में आने से पहले ही हो गई थी। जिस कारण उसे मृत्यु घोषित किया गया।  इसी प्रकार रीतिका बैगा पिता रिंकू बैगा उम्र 4 माह निवासी  ग्राम चंदानिया ब्लाक पाली जिला उमरिया को 8 दिसम्बर को  उल्टी एवं दस्त होने के कारण दोपहर 4ः15 पर पीआईसीयू में उपचार हेतु भर्ती किया गया था तथा तत्काल  डियूटी डाक्टर द्वारा उपचार प्रारंभ कर  दिया गया था। बच्चे की स्थिति मंे सुधार होने पर उसे शिशु वार्ड में शिफ्ट किया गया था दिनांक 12 दिसम्बर को बच्चा पूर्णतः स्वस्थ हो चुका था तथा चिकित्सक द्वारा निर्णय लिया गया कि, 13 दिसम्बर को उसे अस्पताल से छुटटी दे दी जाएगी किन्तु 12 दिसम्बर एवं 13 दिसम्बर 2020  की दरमियानी रात्रि के बीच में बच्चे को दूध पिलाते हुए उसकी माॅ सो गई और लगभग रात्रि 2 बजे जब उसकी नींद खुली तो उसके शरीर में हलचल नही दिखाई थी, तो स्टाफ नर्स को अवगत कराया तथा तत्काल चिकित्सक को बुलाकर परीक्षण कराया गया। परीक्षण में चिकित्सक ने देखा तो वह मृत्यु पाया गया मृत्यु का कारण उसकी सांस नली में दूध जम जाने के कारण होना पाया गया।
सिविल सर्जन डॉ. परिहार को हटाने डॉक्टरों ने बांधी काली पट्टी
शहडोल । शहडोल जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर विक्रम बारिया को हटाकर उनके स्थान पर दंत चिकित्सक डॉक्टर जी एस परिहार को सिविल सर्जन बनाए जाने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। डॉ परिहार को सिविल सर्जन बनाए जाने का जिला अस्पताल के डॉक्टर पुरजोर विरोध कर रहे हैं। डॉक्टरों ने पहले तो ज्ञापन सौंपा और उसके बाद शासन को अपने इस्तीफा की पेशकश कर दी। अब जिला अस्पताल के डॉक्टर काली पट्टी लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
विरोध कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि दंत चिकित्सक डॉ परिहार सिविल सर्जन बनने के नियमो को पूरा नहीं करते हैं, इसलिए उन्हें सिविल सर्जन बनाया जाना सही नहीं है। विरोध कर रहे डॉक्टरों का यह भी कहना है कि वरिष्ठता के क्रम में भी डॉ परिहार नीचे हैं। जबकि कई डॉक्टर उनसे वरिष्ठ हैं और उन वरिष्ठ डाक्टरों को नजरअंदाज कर डॉ परिहार को सिविल सर्जन बना दिया गया।
काली पट्टी लगाकर विरोध कर रहे डॉक्टरों का यह भी कहना है कि वे मरीजों का इलाज तो करते रहेंगे लेकिन उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सिविल सर्जन डॉक्टर बारिया को शहडोल पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने पहले तो क्लीन चिट दे दी थी लेकिन बाद में न जाने ऐसा कौन सा राजनीतिक दबाव काम आया कि सिविल सर्जन और सीएमएचओ को भी उन्होंने हटाने के निर्देश जारी कर दिए।
किस मद से हो रहा कायाकल्प
उधर दूसरी ओर सिविल सर्जन का पदभार संभालते ही डॉ परिहार ने सिविल सर्जन कार्यालय को सजाने का कार्य शुरू कर दिया। रविवार को आनन-फानन कारीगरों ने पूरे कार्यालय का नक्शा बदलना शुरू कर दिया। सूत्र बता रहे हैं कि यह रंग रोगन का काम रोगी कल्याण समिति के माध्यम से कराया जा रहा है। जबकि अभी चंद दिन पहले ही कलेक्टर कार्यालय में संपन्न हुई रोगी कल्याण समिति की बैठक में यह तय किया गया था कि किसी भी तरह के निर्माण कार्य का भुगतान रोगी कल्याण समिति से नहीं किया जाएगा। तो अब सवाल ये उठता है कि सिविल सर्जन के कार्यालय में जो कायाकल्प हो रहा है उसका भुगतान किस मद से किया जाएगा।
ट्रक ने 100 डायल को मारी टक्कर, 2 घायल
शहडोल । सिंहपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम चटहा के हर्रा टोला मोड़ पर शहडोल से डिंडोरी जा रहे एक अनियंत्रित ट्रक ने इवेंट से आ रही 100 डायल को जोरदार टक्कर मारी जिसमें से ड्राइवर रोहित यादव आरक्षक ज्ञानचंद को काफी चोटें आई हैं। मामला बीती रात 2 बजे का बताया जा रहा है।सिंहपुर थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार तेज गति से आ रहे मालवाहक ट्रक की टक्कर से 100 डायल को ठोकर मारते हुए चाय की दुकान में घुसा दिया हालांकि रात में चाय की दुकान के आस पास कोई मौजूद नहीं था वही घटना की जानकारी सिंहपुर थाना को लगते ही मौके पर दल बल के साथ पहुंच गए और ट्रक चालक को हिरासत में लेकर मामले की कार्रवाई की जा रही है।वही घायल आरक्षक और चालक को जिला अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ के लिए भेज दिया गया है।
आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता बैठे उपवास पर
शहडोल । पूरे देश में चल रहे किसान आंदोलन में आम आदमी पार्टी ने शुरू से ही देश के किसानों की मांगों का समर्थन किया है। उसी क्रम में आज आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली क मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवाहन पर आम आदमी पार्टी शहडोल ने भी जिला मुख्यालय के जयस्तंभ चौक में पार्टी के जिला अध्यक्ष संतोष चौबे के नेतृत्व में  एक  दिवसीय उपवास कर किसानों को पुनः जोरदार समर्थन प्रेषित किया। साथ ही केंद्र सरकार से यह भी आग्रह है किया की हमारे देश के किसान जो पूर्ण रूप से हमारे लिए भगवान की तरह  है। कम से कम उनके द्वारा मांगी जा रही मांगो को तो तत्काल पूरा करना ही चाहिए आखिर इस दिशा में केंद्र सरकार इतना झोल मोल रवैया काहे अपनाए हुए हैं। देश का गरीब किसान आज इतने दिनों से ठंड के इस मौसम में अपने परिवार के साथ दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। परंतु केंद्र सरकार अभी भी उनकी मांगों को सुनकर भी अनसुना करे जा रही है। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष श्री चौबे ने कहा कि केंद्र सरकार को बिना किसी छल कपट के किसानों द्वारा उठाई जा रही मांग की पूर्ति विशेष सत्र बुलाकर और एक अध्यादेश लाकर पूरी कर देना चाहिए।
Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *