अब प्याज निकाल रहा आंसू
हफ्ते भर मे दोगुने हुए दाम, चुनावी सियासत मे हो सकती है सब्जियों की इण्ट्री
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश, उमरिया
रसोई मे अहम किरदार निभाने वाला प्याज एक बार फिर थाली से फिसलने की तैयारी मे है। बीते एक सप्ताह के भीतर ही इसके दामो मे अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। अक्टूबर के पहले पखवाड़े मे जहां प्याज जिले की मण्डियों मे 20 रूपये किलो की दर से बिक रहा था, वह अब 60 रूपये पार कर गया है। सब्जी व्यापार से जुड़े लोगों का मानना है कि इस सीजन मे प्याज की आवक एकदम कम है। जिसकी वजह से इसकी कीमतों मे बढ़ोत्तरी हो रही है। नई फसल आने मे अभी काफी समय है, लिहाजा प्याज के दाम अभी और ऊपर जायेंगे। जिसका खामियाजा आम नागरिक, विशेषकर गरीब और मध्यम वर्ग परिवारों को भुगतना पड़ेगा। गौरतलब है कि नवंबर महीने मे ही मध्यप्रदेश मे विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे समय मे प्याज की कीमतों मे होने वाली वृद्धि चुनावी सियासत मे सब्जियों की इण्ट्री भी करा सकती है और जाहिर तौर पर विपक्ष इसे बड़ा मुद्दा बनाने मे कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगा।
टमाटर ने बिगाड़ा था स्वाद
इससे पहले टमाटर की कीमतों मे बेतहाशा वृद्धि देखी गई थी। कई दिनो तक जिले मे यह 200 रूपये किलो तक बिकता रहा। जिसके बाद धीरे-धीरे इसके दाम कम होने शुरू हुए। वर्तमान मे टमाटर 20 रूपये मे उपलब्ध है। जानकारों का कहना है कि प्याज के दाम हर साल इसी सीजन मे बढ़ते हैं, और नई फसल आने के बाद घटने लगते हैं। हलांकि करीब 2 से 3 महीनो तक मंहगाई की वजह से लोगों को या तो प्याज का सेवन पूरी तरह त्यागना पड़ता है, या फिर इसका उपयोग कम कर दिया जाता है।
स्थाई समस्या बनी मंहगाई
आम लोगों के लिये मंहगाई अब एक स्थाई और विकट समस्या बन गई है। शनिवार को मण्डी मे तरकारी खरीदने आये कुछ लोगों ने बांधवभूमि संवाददाता को बताया कि सिर्फ टमाटर, प्याज, फल और सब्जियां ही नहीं दाल, मसाले, कुकिंग आयल और गैस से लेकर रोजमर्रा की हर चीज मंहगी हो गई है। जबकि आय वहीं की वहीं है। बच्चों को पढ़ाना, कपड़ा, बिजली बिल, मकान का किराया आदि देने के बाद जो परिवार सुख की दो रोटी खा ले वही भाग्यशाली है।
अब तक की सबसे सर्द रही शनिवार की रात
उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के कारण पूरे प्रदेश के सांथ जिले मे भी सिरहन बढ़ने लगी है। शनिवार को प्रदेश मे सबसे कम 13.2 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला मे दर्ज किया गया। जबकि दतिया, गुना, ग्वालियर, रायसेन, राजगढ़, ङ्क्षछदवाड़ा, बैतूल, नौगांव, रीवा, मलाजखंड एवं उमरिया मे रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। राजधानी भोपाल मे भी न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है। यह इस सीजन की सबसे सर्द रात रही। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम का मिजाज अभी इसी तरह बना रहने की संभावना है। उनके मुताबिक वर्तमान में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। वातावरण मे नमी काफी कम रहने के कारण मौसम पूरी तरह से शुष्क बना हुआ है। इस वजह से रात के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आती जा रही है।