शहडोल। एसईसीएल के सोहागपुर क्षेत्र में बीते दो-एक महीने में ठेकेदारों के बीच छीना-झपटी, गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की बारदाते अक्सर सुनने में आ रही हैं जिसे सीधे तौर पर गुंडागर्दी कहने से कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। बताया जाता है कि सोहागपुर क्षेत्र के ठेकेदारों के साथ क्षेत्र के हि कथित तौर पर ब्लैक लिस्टेड का तमगा धरे कुछ ठेकेदारों द्वारा टेंडर को लेकर गुंडागर्दी की जाती हैै
यह है नया मामला
ज्ञात हो कि ऐसी ही एक वारदात बीते 4 दिसंबर को सोहागपुर क्षेत्र के अमलाई ओसीएम मे हुई थी जिसके संबंध में पीड़ित ठेकेदार अनूप सिंह ने मुख्य महाप्रबंधक सोहागपुर क्षेत्र, स्टाफ ऑफिसर सोहागपुर क्षेत्र, एफ.एम. सोहागपुर क्षेत्र और चीफ मैनेजर अमलाई ओसीएम को एक शिकायती पत्र लिखकर बताया है कि टेंडर नोटिस क्रमांक एसईसीएल/एसएएम/ एओसीएम/सिविल/20-21/11 का टेंडर मेरे द्वारा सिविल विभाग में डाला गया था जिस बाॅक्स में टेंडर डालना था उस बाॅक्स में पहले से एक टेंडर पड़ा था जो नही खुला था तब मैं वहां के हेड क्लर्क (बड़े बाबू) भरत साहू से इस संबंध मे पूछा तो उन्होंने कहा कि साहब के टेबल में रख दीजिए आपका टेंडर मान्य है इतना कह के वे मेरे सामने चीफ मैनेजर के कार्यालय का दरवाजा बंद कर दिए और मै भी टेंडर लिफाफा टेबिल में रख के वहां से चला गया फिर करीब 1 बजे मैने पूछा कि बड़े बाबू मेरा टेंडर कितने बजे खुलेगा? तब बड़े बाबू भरत साहू ने बताया कि बहुत गाली-गलौज कर के दो लोग (जो खुद को भी ठेकेदार बता रहे थें) चीफ मैनेजर के टेबिल से आपका टेंडर पार्ट 1 और पार्ट 2 बगैर किसी से पूछे उठा ले गए हैं।
जिसपर अनूप सिंह ने सोहागपुर क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक और संबंधित शीर्ष अधिकारियों से मांग की है कि उक्त क्रमांक का टेंडर जो उक्त दो कथित लोग चीफ मैनेजर के टेबिल से उठा के ले गए हैं उसे निरस्त करते हुए ऐसे अपद्रवियों या असमाजिक स्वभाव के लोगो पर कठोर दंडात्मक कार्यवाही करें जिससे इस तरह की हरकतें उक्त लोग या कोई भी दोहराने की हिम्मत न कर सके।
कार्रवाई के डर से मान-मनौव्वल का दौर
सोहागपुर क्षेत्र में लगातार ऐसे कृत्यों के सामने आने के बाद लोगों में यह चर्चा आम हो चली है कि इस तरह की गुंडागर्दी करने के बाद कथित ऐसे लोग मौका पाकर अपनी हरकतों को अंजाम देते हैं फिर पीड़ित को किसी संभ्रांत रिस्तेदारों से फोन करा के माफ कर देने या समझौता करने की पेशकश कर देते हैं। जो तरकीब कई मर्तबा सफल रहता है और कई मर्तबा बहुत छीछालेदर कराने के बाद सफल रहता है। प्रबंधन को चाहिए कि जल्द से जल्द ऐसे लोगों पर उचित कार्रवाई करे जिससे पूरे सोहागपुर प्रबंधन को बदनामी या दवाव में आकर चुप रहने की बात न सुननी पड़े, इसके लिए भले चाहे पुलिस या कानून की मदद लेनी पड़े।
इनका कहना है
हम मौके पर तो उपस्थित नहीं थें, हमें भी शिकायत पत्र ही मिला है जिसे संज्ञान में लेकर जांच की जा रही है लेकिन जांच अभी किसी निर्णय तक नहीं पहुंच पाई है। हम जल्द से जल्द जांच के बाद इस मामले पर कोई कार्रवाई करने की कोशिश करेंगे।
आर. के. जयसवाल
(एस.ई.अमलाई ओसीएम)
मैं अपना टेंडर लिफाफा रख के चला गया था फिर दोपहर में आया तो हेड क्लर्क द्वारा बताया गया कि आपका टेंडर लिफाफा तो अनिल द्विवेदी और उसका भतीजा अभिषेक खूब गाली-गलौज और दादागिरी से उठा ले गए हैं, जिसपर मैंने संबंधित अधिकारियों को शिकायत की है और कार्रवाई अभी अपेक्षित है।
अनूप सिंह
शिकायतकर्ता, ठेकेदार
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