बांधवगढ़ मे आधा दर्जन से एक दर्जन बाघों की बढ़ोतरी संभावित
उमरिया। किस प्रदेश मे कितने बाघ हैं और प्रदेश के किस जंगल मे बाघों की संख्या कितनी है यह जानकारी अगले महीने सबके सामने आ जाएगी। पिछले साल अक्टूबर से शुरू हुई बाघ गणना के परिणाम अगले महीने 29 जुलाई को बाघ दिवस के अवसर पर जारी होंगे। फिलहाल प्रदेश भर में हुई बाघों की गणना के डाटा का विश्लेषण वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया देहरादून मे किया जा रहा है। यहां सभी प्रदेशों की रिपोर्ट विस्तार से तैयार होगी और इसके बाद परिणामों की घोषणा की जाएगी।
एसएफआरआई से गए डाटा
मध्यप्रदेश के सभी क्षेत्रों से बाघ गणना का डाटा स्टेटे फारेस्ट रिसर्स इंस्टीट्यूट जबलपुर भेजा गया था और यहां से इस डाटा को डब्ल्यू आईआई देहरादून भेजा गया। देहरादून मे आंकड़ों का वैज्ञानिक दिृष्टकोण से विश्लेषण करने का काम अप्रेल से शुरू हो गया था। यह काम भी जुलाई के पहले पखवाड़े तक चलेगा और इसके बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी जिसे केन्द्र सरकार को भेजा जाएगा। इसके बाद यह रिपोर्ट सार्वजनिक होगी।
इस तरह हुई थी गणना
पिछले साल अक्टूबर से गणना का काम अलग-अलग चरणों मे हुआ था। सबसे पहले मैदानी स्तर पर तीन दिनों तक जंगल मे ट्रांजिट लाइन पर पैदल चलकर मांसाहारी जानवरों की गणना तथ्यों के संग्रहण के आधार पर की गई थी। अगले तीन दिनों तक शकाहारी जानवरों की गणना देखकर और तथ्यों के संग्रहण के आधार पर की गई। इसके बाद अलग-अलग क्षेत्रों मे 25-25 दिनों के लिए कैमरे लगाकर कैमरा ट्रैपिंग की गई। इस तरह प्राप्त तथ्यों और कैमरा ट्रेपिंग का विश्लेषण डब्ल्यूआईआई देहरादून मे किया जा रहा है।
देश मे बढ़ी संख्या
पिछली गणना वर्ष 2018 मे हुई थी और इस दौरान देश मे 2967 बाघ होने के प्रमाण मिले थे। जबकि वर्ष 2010 मे देश मे महज 1706 बाघ थे। वर्ष 2018 की गणना के परिणामों मे मध्यप्रदेश मे 526 बाघ थे। मध्यप्रदेश को बाघ स्टेट का दर्ज लौटाने मे उमरिया जिले के बांधवगढ़ ने अहम भूमिका निभाई थी, तब यहां 124 बाघ होने के प्रमाण मिले थे। अनुमान है कि पिछले साल से इस सल तक हुई गणना के परिणामों मे बांधवगढ़ मे एक दर्जन तक बाघों की संख्या बढ़ सकती है।
अगले महीने जारी होंगे आंकड़े,देश मे कहां कितने बाघ
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